Hindi

कहानी: मैं राँझा हो गया

वो घण्टों एक ही जगह बैठा उसका नाम पुकारता रहता। आयुष्मान की कही बात सच हो गयी थी। वो राँझा राँझा करता खुद ही राँझा हो गया था।

कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में फँसे क्वीर व ट्रांस लोगों के लिये सुरक्षा तथा स्वयं की देखभाल सम्बन्धी सुझाव

इस लॉकडाउन के कारण हम बाहरी दुनिया से कट कर खुद को अकेला और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, ऐसे मुश्किल समय में हमनें देखभाल और सुरक्षा सम्बंधी कुछ युक्तियों का संकलन किया है।

ट्रांसजेंडर समुदाय के मानसिक स्वास्थ्य के लिए निःशुल्क Covid19 हेल्पलाइन की शुरुआत

राष्ट्रीय पिछड़ा वित्त और विकास निगम ने ट्रांसजेंडर समुदाय के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए एक मुफ्त Covid19 हेल्पलाइन शुरू की है

गे एंड नॉर्मल : खुद को स्वीकारने की मेरी सच्ची कहानी

मेरी भगवान से दो ही विनतियाँ है - पहली यह की मुझे सच्चा प्यार करने वाला साथी मिले, और दूसरी यह की मेरा परिवार मुझे पूर्ण रूप से स्वीकार करे

कविता: उड़ान

पितृसत्ता के अधीन नहीं, मैं निडर हवा में जीना चाहती हूँ।
holding hands, friendship

कविता : एक मुलाकात

फिर एक बार तुमने तुम्हारे सपने बताये और फिर एक बार मैं अपनी ख्वाहिशें दबाने में कामयाब हो बैठा।
तस्वीर: गोपीनाथ मेनन, सौजन्य: QGraphy

कहानी: चड्डी में हाथ

तुम्हें ढूंढ़ते हुए आऊँ तुम्हारे शहर तक, तुम्हारी गली तक, तुम्हारे घर तक, उस बिस्तर तक जिस पर तुम पड़े हो , चड्ढी में हाथ डाले हुए।

कविता : बता ज़िन्दगी

मैं देख तो लूँ फिर से सपने नये, बता ज़िन्दगी तूँ मुस्कुराने की वजह देगी क्या???
Mumbai Pride

एलजीबीटी एक्टिविस्ट पंडित जी

ऐसा एलजीबीटी एक्टिविस्ट जो देशप्रेम के लिए एलजीबीटी लोगों की बलि भी देने को तैयार हो, तो एलजीबीटी समुदाय का उद्धार बिल्कुल तय है

कविता : बंदिशें

ये किस तरह की बंदिशों में कैद हूँ मैं? क्यों इस तरह घुट-घुट के जीने को मजबूर हूँ मैं?