कविता: ये शहर कह रहा है June 6, 2022 एक लड़के को लड़के से इश्क हो गया, और ये शहर कह रहा है क्या गज़ब हो गया Hindi 0
समलैंगिक और समाज August 17, 2021 ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है.. Hindi 3
कविता: समलैंगिक इश्क़ की मंज़िल जुदाई है June 7, 2021 कभी अपनो से लड़ना कभी दुनिया से झगड़ना, जब तक सांस है तब तक समलैंगिको की लड़ाई है Hindi 4
कविता : दो मस्तानो की कहानी January 26, 2021 राजा रानी की नहीं ये कहानी, पर दो मस्तानो की है बात बतानी Hindi 0
कविता – इश्क़ के इम्तेहान January 15, 2021 इम्तेहान हैं ये इश्क़ के हद्द की, के आलम ये दिल का अब आप सा लगता है।। Hindi 1
#RhymeAndReason: अस्तित्व July 1, 2020 रंग कितने थे वो भीतर जानने मैं चल पड़ा, तन्हाईयों से गुफ़्तगू करने को मैं फिर चल पड़ा Hindi 0