Peeyush Sharma

ग़ौर फरमाएँ, असलीयत देखें!

पर्दाफ़ाश – एक कविता

ग़ौर फरमाएँ, असलीयत देखें! तस्वीर: जोएल ल ब्र्युषेक। पर्दाफ़ाश जाने क्या दफ़न है खिले हुए चमन में कसकर बंद कफ़न है सच्चाई के दमन में पर्दाफाश करने के लिए क़फ़... Read More...