Issue 08 on 2014 August 31

संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन।

संपादकीय ८ (३१ अगस्त, २०१४)

संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन। इस अंक की थीम है 'लगाव'। प्रशांत जोशी 'न कुछ बातें हो, न कुछ इशारे' इस कविता में पूछते हैं: "तनहाई अकेली आई थी, या अ... Read More...
'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया।

एक अंतहीन विडम्बना

'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया। अगर हम गहन विचार करें तो हमें समलैंगिकता से ज्यादा आज की राजनीती ही अप्राकृतिक नज़र आएगी। जहा... Read More...
सागर गुप्ता, डायरेक्टर ऑफ़ प्रोग्रामिंग, 'कशिश' मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्वियर फिल्म फेस्टिवल

एक मुलाक़ात: सागर गुप्ता

सागर गुप्ता, डायरेक्टर ऑफ़ प्रोग्रामिंग, 'कशिश' मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्वियर फिल्म फेस्टिवल। सागर गुप्ता 'दरमियान' जैसी फिल्मों और 'रिश्ते', 'गुब्बारे', लेफ्ट र... Read More...

कुदरती शनाख्त – एक तस्वीरी मज़मून (भाग ३)

नफ़ीस अहमद ग़ाज़ी: तस्वीरी मज़मून ३.१ पहराव, पोशाख, और उसकी ताक़त। देखो मेरा रूप, निहारो अपनी हस्ती। हम चुंबक के ध्रुव विपरीत हैं, और उनका आपसी खिंचाव निर्विवाद।... Read More...
"ज़ीरो लाइन - एक पाक-भारत प्रेम कहानी", भाग ३।

“ज़ीरो लाइन – एक पाक-भारत प्रेम कथा” – श्रृंखलाबद्ध कहानी (भाग ३)

गेलेक्सी हिंदी के जुलाई २०१४ के अंक में आपने पढ़ी थी हादी हुसैन की श्रृंखलाबद्ध कहानी “ज़ीरो लाइन – एक पाक-भारत प्रेम कथा” के पाँच कड़ियों की दूसरी कड़ी। प्रस्तुत ह... Read More...