Self-acceptance

'आँख मिचौली', भाग २। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।

आँख-मिचौली – मेरी सच्ची जीवन कहानी (भाग २/२)

'आँख मिचौली', भाग २। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। १९६० के दशक में जनमें एक भारतीय समलैंगिक की जीवन कहानी, उनकी ज़बानी। पहला भाग यहाँ पढ़ें। पेश है दो भागों का दूसरा ... Read More...
भ्रम, शर्मिंदगी और इंकार से आत्म-स्वीकृति तक।

आँख-मिचौली – मेरी सच्ची जीवन कहानी (भाग १/२)

भ्रम, शर्मिंदगी और इंकार से आत्म-स्वीकृति तक। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। १९६० के दशक में जनमें एक भारतीय समलैंगिक की जीवन कहानी, उनकी ज़बानी। दो भागों का पहला भ... Read More...