प्रदीप रोशन (Pradip Roshan)

मुग़ल दौर का वह नंगा फ़क़ीर जिसे एक लड़के से मोहब्बत थी

दिल्ली की मशहूर जामा मस्जिद के निचे एक लाल रंग की मज़ार है।वह मज़ार है सूफी संत सरमद शहीद कशानि की। जब आप इनकी कहानी सुनेंगे तो आप अपने दोस्तों में, जानने वालों ... Read More...

कविता : इक गे की अधूरी कहानी…

दुपट्टा मम्मी का लेकर , कभी साड़ी पहनता थाकभी बहनो के संग में वो, घर घर खेल लेता थाअगर खेलेगा ये, तो मैं नहीं खेलूंगा दोस्तोंबड़े भाई की ईग्नोरेनंस, वो अक्सर झ... Read More...