कविता : ये डरता है हिजड़ों से ! March 13, 2024 एक बात हमेशा ध्यान रखनाबच्चों के मन में कभी भीकोई ग़लत बात मत बैठानावो चीजें जीवनभर नहीं छोड़तीं, कुछ बड़े बैठा देते हैंबच्चों के मन मेंबेवजह का डर..वो डर क... Read More... Hindi 120
कविता : जीओ और जीने दो March 9, 2024 मत करो घृणा, मत देखो तृष्णा से... प्रेम, प्रेम होता है Hindi 120
कविता: हम उनको जगाते हैं June 24, 2022 समलैंगिक संबंध और शादी ही नहीं, शिक्षा और रोज़गार का गीत गुनगुनाते हैं, बहुत सो चुके हैं लोग, अब हम उनको जगाते हैं I Hindi 3
कविता: ये शहर कह रहा है June 6, 2022 एक लड़के को लड़के से इश्क हो गया, और ये शहर कह रहा है क्या गज़ब हो गया Hindi 2
समलैंगिक और समाज August 17, 2021 ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है.. Hindi 3
कविता: समलैंगिक इश्क़ की मंज़िल जुदाई है June 7, 2021 कभी अपनो से लड़ना कभी दुनिया से झगड़ना, जब तक सांस है तब तक समलैंगिको की लड़ाई है Hindi 4
कविता: रिश्ते April 1, 2021 जो समाज कि नज़र से न डरते थे कभी, वो "लोग क्या कहेंगे" सोच के झिजकते भी हैं Hindi 1
कविता: एक ऐसी दुनिया March 10, 2021 मुझे हँसी आती है इस बात पर कि कैसे कुछ लोग आज भी दो पुरुषों के प्रेम को पाप समझते हैं Hindi 0