Hindi poem

LGBT Pride India, Gay Pride, Punjab Transgender

कविता : ये डरता है हिजड़ों से !

एक बात हमेशा ध्यान रखनाबच्चों के मन में कभी भीकोई ग़लत बात मत बैठानावो चीजें जीवनभर नहीं छोड़तीं, कुछ बड़े बैठा देते हैंबच्चों के मन मेंबेवजह का डर..वो डर क... Read More...

समलैंगिक और समाज

ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है..

#RhymeAndReason: अस्तित्व

रंग कितने थे वो भीतर जानने मैं चल पड़ा, तन्हाईयों से गुफ़्तगू करने को मैं फिर चल पड़ा