Society

समाज में होमोफोबिया क्यों?

"आप कुछ लड़कियों जैसी हरकतें करते हैं, वो क्या कहते हैं उनको? हाँ! गे जैसे हैं आपके हावभाव। मैं मिंटू को यहां नहीं पढ़ा सकती। ये बच्चा है अभी, और थर्ड क्लास मे... Read More...

कहानी: एक थी मीरा

हमे हमारे प्यार की परिणिति पता थी, उसके बावजूद हमने आपको चाहा और बेइंतहा चाहा, और वो हमारे लिए टाइमपास बिल्कुल नहीं था

समलैंगिक और समाज

ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है..

The Spectators

Societal bonds, acceptance and pressure many a times makes a person so weak that despite being so vulnerable and in love, people don’t have the courage to step up

समलैंगिकता: नज़रिया और कानून

यह कहना कि, विश्व के अलग-अलग हिस्सों में लैंगिक अनुरूपता अलग-अलग दिखायी देती है, बहुत छोटी बात लगती है। लेकिन समलैंगिकों के प्रति भी सांस्कृतिक और व्यक्तिगत नजरिया व्यापक रूप से भिन्न है।

कविता : वजूद

जब दुनिया ने मुझे मुझसे भरमाया. तब मैंने अपना 'वजूद' अपनाया।

​I am a Starboy

I AM WHO I AM. It’s here that I shall learn to love thyself. I am not sure I would return back to the big bad city.