कविता – इश्क़ के इम्तेहान January 15, 2021 इम्तेहान हैं ये इश्क़ के हद्द की, के आलम ये दिल का अब आप सा लगता है।। Hindi 0
कविता : दद्दा December 1, 2020 मैं ढूँढता रहता हूँ ख़ुद को, शराब की ख़ाली बोतलों में. लुढ़के हुए गिलासों, जूठी तश्तरियों में Hindi 0
कहानी: मैं राँझा हो गया May 6, 2020 वो घण्टों एक ही जगह बैठा उसका नाम पुकारता रहता। आयुष्मान की कही बात सच हो गयी थी। वो राँझा राँझा करता खुद ही राँझा हो गया था। Hindi 5
गे एंड नॉर्मल : खुद को स्वीकारने की मेरी सच्ची कहानी April 15, 2020 मेरी भगवान से दो ही विनतियाँ है - पहली यह की मुझे सच्चा प्यार करने वाला साथी मिले, और दूसरी यह की मेरा परिवार मुझे पूर्ण रूप से स्वीकार करे Hindi 7
कविता : एक मुलाकात April 2, 2020 फिर एक बार तुमने तुम्हारे सपने बताये और फिर एक बार मैं अपनी ख्वाहिशें दबाने में कामयाब हो बैठा। Hindi 0
कहानी: बहुत प्यार करते हैं तुमको सनम July 17, 2019 आज दूसरा दिन था जब उसने मेरा फ़ोन नहीं उठाया था। मैं हर बार करता और वह नहीं उठाता। उसने मुझसे वादा किया था की वह कोई और कैब नहीं चलाएगा, ऐसा इसलिए क्योंकि वह एक... Read More... Hindi 4