कहानी: एक थी मीरा October 28, 2022 हमे हमारे प्यार की परिणिति पता थी, उसके बावजूद हमने आपको चाहा और बेइंतहा चाहा, और वो हमारे लिए टाइमपास बिल्कुल नहीं था Hindi 3
कविता: उम्मीद February 24, 2022 मेरे तकिए की नमी ये गवाह देती है कि, टूटके, बिखरके, मैं कैसे सिमटता हूँ Hindi 0
कविता: गे देटिंग एप्प October 26, 2021 हरकोई यहाँ पे सेक्स के लिए नहीं होता, कोई होता सच्चे दोस्त ओर अपने साथी के तलाश के लिए Hindi 3
कविता: एक सिमटती हुई पहचान September 23, 2021 मिल गई हमें सांवैधानिक सौगात, तीसरे दर्जे के रूप में, आखिर कब मिलेंगे बुनियादी अधिकार, भारतीय नागरिक के स्वरूप में? Hindi 4
कविता: प्यार लफ्ज़ो मे कहाँ September 15, 2021 इश्क़ किया तुमने तो अब छोड़ के मत जाना, मुश्किल से दिल सम्भला इसको तोड़ के मत जाना। Hindi 3
कविता: अनोखा प्यार September 11, 2021 लड़के का लड़के से, या लड़की का लड़की से, प्यार करना अपराध नहीं Hindi 1
समलैंगिक और समाज August 17, 2021 ये आज़ादी तो बस नाम की जो सलाखो से बचाती है, पर समलैंगिको को तो घरो में कैद हर बार किया जाता है.. Hindi 3
गे डेटिंग, हुकउप और कोरोना August 3, 2021 कोरोना काल में बस कुछ सावधानी भरे नियमों का पालन कर... हम अपने डेटिंग पार्टनर के साथ सेक्स को आज़ाद और रूहानियत एहसास के साथ करना शुरू कर सकते है। Hindi 1