‘थर्ड जेंडर’ का आधा-अधूरा हक़
थर्ड जेंडर का आधा-अधूरा हक़। छाया: अमोल पालकर।
पिछली दफ़ा साल २०१३ में समलैंगिकता से जुड़े मुद्दे के बाद जेंडर/लिंग/यौनिकता से जुड़ा एक दूसरा मामला देश के सर्वोच्च न्यायालय के पास जाता है। लेकिन इस बार जस्टिस के.एस राधाकृष्णन और जस्टिस ए. के सीकरी की द... Read More...