Sachin Jain

सीमाओं का उल्लंघन... बहादुरी या गुस्ताखी?

संपादकीय ६ (१ जून २०१४)

सीमाओं का उल्लंघन... बहादुरी या गुस्ताखी? तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। इस अंक की थीम है सीमाएँ। मुझे बेहद ख़ुशी है गेलेक्सी हिंदी के इस अंक में पहली बार पाकिस्तान ... Read More...
संयुक्त राष्ट्र का समलैंगिक अधिकारों के लिए म्यूज़िक वीडियो।

संयुक्त राष्ट्र की स्वागतार्ह पहल – ‘द वेलकम’ म्यूज़िक वीडियो

संयुक्त राष्ट्र का समलैंगिक अधिकारों के लिए म्यूज़िक वीडियो। पिछले दिनों एक म्युज़िक वीडियो रिलीज़ हुआ जो समलैंगिकता को मानवाधिकारों के दायरे में पेश करता है। बा... Read More...
द सीटबेल्ट क्रू

कुर्सी की पेटी, बाँधो बेटी!

द सीटबेल्ट क्रू यह २ मिनट का वीडियो, जो ५ मई को प्रकाशित हुआ, इंटरनेट पर ४ हफ़्तों में लगभग ४४ लाख बार देखा गया है। यह लोक सेवा पहल 'विथ यू' और 'ओगिल्वी एंड ... Read More...
'उपेक्षा का अनुभव'। संपादकीय, मई १, २०१४। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।

संपादकीय ५ ( ०७ मई २०१४)

'उपेक्षा नहीं, समावेश'। संपादकीय, मई १, २०१४। तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। इस अंक की थीम है 'समावेश'। रूबिक्स क्यूब। प्लास्टिक की मामूली चौकोरी। लेकिन उसकी ६ रंगो... Read More...
छलकाएं अपने असली रंग! तस्वीर: बृजेश सुकुमारन।

संपादकीय ४ (१ अप्रैल, २०१४)

छलकाएं अपने असली रंग! तस्वीर: बृजेश सुकुमारन। इस अंक की थीम है 'असली रंग'। वक़्त आ गया है, कि क्वीयर कम्युनिटी अपने विभिन्न रंगों से समाज को रंगने से नहीं डरे।... Read More...
ग़ौर फरमाएँ, असलीयत देखें!

पर्दाफ़ाश – एक कविता

ग़ौर फरमाएँ, असलीयत देखें! तस्वीर: जोएल ल ब्र्युषेक। पर्दाफ़ाश जाने क्या दफ़न है खिले हुए चमन में कसकर बंद कफ़न है सच्चाई के दमन में पर्दाफाश करने के लिए क़फ़... Read More...
चित्रा पालेकर: एक मुलाक़ात

एक मुलाक़ात: चित्रा पालेकर

चित्रा पालेकर: एक मुलाक़ात। छाया: सचिन जैन। चित्रा पालेकर की बेटी शाल्मली ने उन्हें १९९० के दशक में बताया कि वह समलैंगिक है। तबसे चित्रा ने एक लंबा सफ़र तय किया... Read More...
'नयी राह, नया सफ़र!'

संपादकीय ३ ( ०१ मार्च २०१४)

'नयी राह, नया सफ़र!', तस्वीर: सचिन जैन इस अंक की थीम है 'नयी राह'। पुनरपराधिकरण और रिव्यु याचिका के नामंज़ूर होने के बाद इन्साफ का रास्ता अब शायद संसद से ह... Read More...
गुवाहाटी प्राइड परेड २०१४

गुवाहाटी, तेरी प्राईड-रंजित माटी!

गुवाहाटी प्राइड परेड २०१४; तस्वीर: लेस्ली एस्टीव्ज़। ९ फरवरी २०१४ को असम राज्य के गुवाहाटी शहर में पहली बार प्राईड परेड हुआ। सुबह ११ बजे चली मार्च दिघलिपुखुड़ी ... Read More...
नाटक: 'आख़िर क्यों' में पंचायत का प्रसंग।

‘आख़िर क्यों’ – एक साहसी नाट्याविष्कार

१८ जनवरी २०१४ को आई.आई.टी. खड़गपुर के नेताजी सभागृह में अंतर-हॉल हिंदी नाट्यस्पर्धा २०१३-२०१४ के अंतर्गत 'आख़िर क्यों', नामक नाट्याविष्कार प्रस्तुत किया गया। इंजी... Read More...