Surat

धवल (बाएँ) और स्वागत (मध्य), गुजरात में एक एल.जी.बी.टी. गौरव यात्रा में।

कैसे कहें ‘स्वागत’ को ‘अलविदा’?

स्वागत शाह। ग्राफिक्स: नक्षत्र बागवे। दोपहर के चार बजे हैं। मेरा फेसबुक मेसेंजर कहता है, स्वागत शाह १२ घंटों पहले ऐक्टिव थें। यानि आज सुबह तकरीबन ४ बजे। विशवा... Read More...