Proud to be an Ace!

A couple of years ago, I believed I was a regular guy. The fact that no two people are alike never occurred to me—at least not in the domain of sexuality. B... Read More...
संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन।

संपादकीय ८ (३१ अगस्त, २०१४)

संपादकीय; थीम: ‘लगाव’। तस्वीर: सचिन जैन। इस अंक की थीम है 'लगाव'। प्रशांत जोशी 'न कुछ बातें हो, न कुछ इशारे' इस कविता में पूछते हैं: "तनहाई अकेली आई थी, या अ... Read More...
'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया।

एक अंतहीन विडम्बना

'एक अंतहीन विडम्बना': रेखाचित्र: सचिन जैन, तस्वीर: कविता गुजरिया। अगर हम गहन विचार करें तो हमें समलैंगिकता से ज्यादा आज की राजनीती ही अप्राकृतिक नज़र आएगी। जहा... Read More...